हनी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ने वाला लड़का अपने लैपटॉप पे फेसबुक साइन इन किया ही था कि एक ऑनलाइन दोस्त ने परीक्षा की तारीख बताकर उसका मूड खराब कर दिया । तब तक किसी तरह उसे एक पेज लाइक करने का ऑफर मिल जाता है ,,बिना सोचे समझे लाइक कर तो दिया पर उसे क्या पता की ये उसके गले की हड्डी बन जाएगी ,,,अब परीक्षा का नाम सुन मूड खराब था ही, सोचा देखते है ,इसमें क्या है ,,शायद कुछ मनोरंजक और ध्यान बटाउँ मिल जाय ,,पर निराशा थी ,,कही कही एकाक प्रेम कहानियां मिली जो थोड़ा अच्छा लगने की उम्मीद जताती लेकिन इतने नैतिक और समर्पित मूल्यों का समावेश, उसे उबा देता । इतने में कोई दरवाजा पीट रहा था ,काल बेल बजाने की बजाय सायकिल की घंटी बजा रहा था ,,हाँ सायकिल की हैंडल में मिठाई का डब्बा जरूर लटक रहा था ,,हनी दरवाजा खोला ,,,अरे फूफा जी ,,,आइये ,आइये ,,हनी को फूफाजी की लाई हुई मिठाइयां बहुत पसंद थी उसकी बूआ जो अपने भतीजे के लिए भेजती थी ,,,,तब तक हनी का एक दोस्त आ जाता है ,,अरे यार तेरे घर इतनी पुरानी सायकिल किसकी है ,,,हनी की घिघ्घी बध जाती है ,,,थोबड़ा लटक जाता है ।
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