गुरुवार, 1 जुलाई 2010

अपने खुद के धर्म की धज्जियाँ उड़ाते तथाकथित धार्मिक कट्टरवादी

कोई भी धर्म सृष्टि रुपी व्यवस्था के एक संचालन के होने की पुष्टि करता है.चाहे हो हिन्दू धर्म हो या मुस्लिम धर्म हो ,चाहे वो इसाई धर्म हो चाहे वो दुनिया के किसी कोने में मान्य होने वाला अनामी धर्म हो.ऐसे में अगर कोई धार्मिक कट्टरवाद के मानसिक अंधेपन में किसी दुसरे धर्म को छोटा ,नीचा या गलत साबित करने की कोशिश करता है तो ये महज उसकी भूल ही नहीं है बल्कि अपने धर्म को भी गर्त में डालने का काम कर रहा है।
कल एकाएक टीवी के एक चैनल पीस टीवी पर एक अंग्रेजी लिवास यानि कोट पैंट में भारतीय डाक्टर जो की मुस्लिम धर्म से थे ,अपने धर्म को श्रेष्ठ साबित करने के चक्कर में अपने धर्म की ही बंधिया उकेल रहे थे.उनके अनुसार मूर्ती पूजा गलत ही नहीं बल्कि धोखा है.अक्सर यही होता है जब आदमी अपने विषय से हट कर बहस करने बैठ जाता है तो,उनको मालुम होना चाहिए की हिन्दू धर्म की नीव ही शून्य पर टिकी है और कोई मूर्ती नहीं बल्कि प्रतिमूर्ति होती है ,जिसका मतलब हवा में तीर चलाने के बराबर धर्म को न समझा जाय ,इसलिए है अन्यथा उनका ये कहना की पृथ्वी के बीच में सृष्टि का संचालक निवास करता है तो आप अपने ही धर्म के लोगों को तो कटघरे में खड़ा कर रहे हैं ,"साकी शराब पी मस्जिद में बैठ कर ,वरना वो जगह बता दे जहाँ पर खुदा न हो"ये आपके ही लोगों ने ही कहा है।
इतना ही नहीं अपने भाषण में रिग वेद का भी उदाहरण दे डाला की यहाँ उल्लिखित है की प्रथ्वी का केंद्र मक्का -मदीना है .और ये सबसेश्रेष्ठ जगह है,इससे कोई उनकी बात तो नहीं मान ने जा रहा है लेकिन कुछ गैर मुसलमान भी जो कुरान या मुस्लिम धर्म की कद्र करते हैं ,उनकी विश्वसनीयता पे भीधब्बा लगा।
अतः मुलिम धर्म के लोगो को खुद आगे आ कर ऐसे लोगों का विरोध करना चाहिए जो उनकी थाली में खाते भी हैं और छेड़ करने से भी बाज नहीं आते हैं.

3 टिप्‍पणियां:

  1. गणेश जी प्रणाम
    आपकी प्रस्तुती ने मन को मोह लिया है ।आप ने बिल्कुल ही सच कहाँ है । इस सानदार प्रस्तुती के लिए आभार ।


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  2. lagta hai zair naik ke baat kar rahe hai, vo sab paisa kamaane ke liye hai. uski company hai pahle choti thi ab badi company ban gayi hai, jaldi band ho jayegi, logo ko kab tak bekuf banaya ja sakta hai.

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  3. to ganeshji rigved ke anusar islam hinu dharma ka ek part hai , lekin yeh sachai muslaman bahi swikate tab to..

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