क्या नहीं बदला
समय के साथ क्या क्या नहीं बदला।कभी कभी राजनैतिक मतभेदों से ऊपर होकर सच का स्वागत करना चाहिए।लेकिन यहाँ तो सही बात को भी इतना तोड़ेंगे की कहने वाला अन्दर से टूट दिग्भ्रमित हो जायेगा ,और बेवजह बारूदों की खेती शुरू हो जाती है ।
समय के साथ क्या क्या नहीं बदला।कभी कभी राजनैतिक मतभेदों से ऊपर होकर सच का स्वागत करना चाहिए।लेकिन यहाँ तो सही बात को भी इतना तोड़ेंगे की कहने वाला अन्दर से टूट दिग्भ्रमित हो जायेगा ,और बेवजह बारूदों की खेती शुरू हो जाती है ।
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