वोमेश चंद बनर्जी और सी .राजगोपालाचारी ने जिस कांग्रेस की नींव रखी थी शायद वो पूजीपतियों के ईंट से बनने वाला महल साबित हो गया है'.निर्विवाद रूप से कांग्रेस को कभी गरीबों की सरकार कहा जा सकता था ,जिसमे लालबहादुर शास्त्री सरीखे लोग भी प्रधानमंत्री तक ही नहीं हुए अपितु राष्ट्र को कई बड़ी चुनौतियों का सामना करने में सक्षम बनाये.परन्तु आज क्षोभ होता है आज के कांग्रेस की नीति और नीयति पर।
कांग्रेस के तथाकथित राजकुंवर राहुल गाँधी जोर शोर से नवयुवकों के राजनीती में आगे आने की बात कर रहे है,लेकिन क्या राजनैतिक विरासत रखने वाले जितिन प्रसाद, सचिन पायलट ,ज्योतिरादित्य सिंधिया और उमर अब्दुल्लाह ही बस देश के नवयुवकों में आते हैं.क्या किसी सामान्य परिवार के ,राजनैतिक सोंच रखने वाले को आगे बढाने या भेजने का प्रयास भी किया महोदय ने/तो जवाब मिलेगा कत्तई नहीं,.
तो क्या इन्ही लोगों के भरोसे २०१२ फतह करने चले हैं राजकुमार,देखिये इस आनन् -फानन में कहीं हाथ में आया २०१४ भी न खिसक जय/इस समय कांग्रेस संगठन में पद बाटने का काम जोरों पर है,जिसका पैमाना ये है कि जो जितने सदस्य बनाएगा उसे उस तरह के अधिकार सौंपे जायेंगे/इसमें होता था क्या कि चंद बड़े नेता जिनके पास पैसे कि कमी नहीं है या जो नेता कम ठेकेदार ज्यादा हैं वे घर बैठ कर फर्जी नाम भर के खूब पैसे भेज देते थे और उन्हें आँख मूद कर आई .सी .सी .मेम्बर ,पी.सी सी मेम्बर या प्रदेश या देश क़ी संगठन क़ी बागडोर सौप दी जाती रही/ लेकिन इस बार उनकी एक न चली क्योंकि सदस्यों क़ी फोटोग्राफी भी हो रही थी/सबके हवा-हवाई सदस्य गायब हो गए,तो होना क्या था ये लोग इतने मुर्ख थोड़े ही हैं/बनारस में कांग्रेस कार्यालय में ही चोरी हो गयी और विशेष रूप से वही रजिस्टर जिसमें उल्लिखित था क़ी कौन कितने मेम्बर बनाया,गायब कर दिया गया/अब फिर इन नेताजी लोगों क़ी चाँदी ही चाँदी है,जो एक समर्थक नहीं खोज सकते अब वो भी हजारो मेम्बर बनने का किला फतह कर रहे है ,लग रहा है अब फिर आँख मूद कर अपने हित नात रिश्तेदारों को पद बाँट दिया जायेगा/मारा जायेगा वो छोटा नेता या कार्यकर्त्ता जो लखनऊ या दिल्ली तक अपनी जड़ें नहीं जमा पाया है/फिर अनाचार होगा/
तो इस बार क्या करोगे राहुल बाबू अब आपकी शराफत का क्या होगा,या ए बात आपको पता ही नहीं है,आपको आपकी लखनऊ क़ी लोकप्रिय नेत्री रीता जी ने कुछ नहीं बताया क्या?
अब बताइए क्या इन्ही नेताजी लोगों के बल पर आप बांह चढ़ाये फिरते हैं अगर यही सच है तो मित्रवत सलाह है इनसे सावधान हो जाइये अभी भी वक्त है ,दोनों काम हो जायेगा २०१२ वाला भी और २०१४ वाला भी ,क्योंकि जनता में तो आपकी पूछ बढ़ी है इससे कत्तई नहीं नकारा जा सकता /उसका फायदा भी उठा लीजिये और ........./
Swagat hai !
जवाब देंहटाएंमिले स्वर मेरा तुम्हारा, ...
जवाब देंहटाएंhttp://bhaarat-durdasha.blogspot.com
ब्लाग जगत में आपका स्वागत है।
जवाब देंहटाएंबेतरीन लिखा है, जारी रखें, होली की शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंhttp://merajawab.blogspot.com
इस नए चिट्ठे के साथ आपको हिंदी चिट्ठा जगत में आपको देखकर खुशी हुई .. सफलता के लिए बहुत शुभकामनाएं !!
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